काशी शब्दोत्सव - 2025

विश्व कल्याण: भारतीय संस्कृति

16, 17 एवं 18 नवम्बर, 2025
विश्व संवाद केन्द्र, काशी
18 सत्र, 3 दिन

आयोजन का विषय

"विश्व कल्याण: भारतीय संस्कृति"

वर्तमान विश्व में बढ़ती हिंसा, अराजकता एवं बाजारवाद से मानवीय मूल्यों का अवमूल्यन हुआ है। पश्चिम की उपभोक्तावादी एवं अर्थ प्रधान दृष्टिकोण ने मानव समुदाय को प्रकृति के रक्षक के स्थान पर उसका भक्षक बना दिया है। इस कारण स्वार्थ पर परमार्थ, पशुता पर मानवता जैसे दृष्टिकोण को विश्वपटल पर प्रभावी बनाने के लिए वर्तमान में "विश्व कल्याण: भारतीय संस्कृति" का विमर्श आवश्यक है।

कार्यक्रम तालिका

प्रथम दिवस - 16 नवम्बर, 2025 (शनिवार)

उद्घाटन एवं विषय प्रवेश

10:00 - 11:30

उद्घाटन सत्र

दीप प्रज्वलन, स्वागत उद्बोधन एवं विषय प्रवेश

मुख्य अतिथि:राष्ट्रीय व्यक्तित्व
12:00 - 13:30

सत्र-1: भारतीय संस्कृति की वैश्विक प्रासंगिकता

आधुनिक विश्व में भारतीय मूल्यों और परंपराओं की भूमिका

मुख्य वक्ता:प्रतिष्ठित विद्वान
14:30 - 16:00

सत्र-2: अध्यात्म और विज्ञान का संगम

भारतीय दर्शन में निहित वैज्ञानिक सत्य और आधुनिक खोजें

संयोजक:वैज्ञानिक एवं दार्शनिक
16:30 - 18:00

सत्र-3: योग और आयुर्वेद: विश्व कल्याण के साधन

स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्राचीन भारतीय पद्धतियों का महत्व

विशेषज्ञ:योग गुरु एवं वैद्य
18:30 - 19:30

सांस्कृतिक संध्या

शास्त्रीय संगीत, नृत्य एवं काव्य पाठ

कलाकार:प्रसिद्ध संगीतकार

द्वितीय दिवस - 17 नवम्बर, 2025 (रविवार)

गहन विमर्श एवं संवाद

09:30 - 11:00

सत्र-4: भारतीय शिक्षा पद्धति और चरित्र निर्माण

गुरुकुल परंपरा से आधुनिक शिक्षा तक का सफर

11:30 - 13:00

सत्र-5: पर्यावरण संरक्षण और भारतीय जीवनशैली

प्रकृति के साथ तालमेल की प्राचीन परंपरा

14:00 - 15:30

सत्र-6: भारतीय भाषाओं का वैश्विक महत्व

संस्कृत से आधुनिक भारतीय भाषाओं तक का योगदान

16:00 - 17:30

सत्र-7: आर्थिक न्याय और भारतीय दर्शन

न्यायसंगत वितरण और सामाजिक कल्याण की अवधारणा

18:00 - 19:30

सत्र-8: कला और संस्कृति में भारतीय मूल्य

सिनेमा, साहित्य और ललित कलाओं में मानवीय संदेश

तृतीय दिवस - 18 नवम्बर, 2025 (सोमवार)

समापन एवं कार्य योजना

09:30 - 11:00

सत्र-9: युवा और भारतीय संस्कृति

नई पीढ़ी में सांस्कृतिक मूल्यों का संचार

11:30 - 13:00

सत्र-10: महिला सशक्तिकरण और भारतीय आदर्श

प्राचीन काल से आधुनिक युग तक महिलाओं की भूमिका

14:00 - 15:30

सत्र-11: तकनीक और मानवीय मूल्य

आधुनिक तकनीक का सदुपयोग और नैतिक दायित्व

16:00 - 17:30

समापन सत्र: विश्व कल्याण की दिशा

त्रिदिवसीय विमर्श का सार और भविष्य की योजना

विशेष आकर्षण

📚

पुस्तक प्रदर्शनी

भारतीय संस्कृति, दर्शन एवं साहित्य पर आधारित पुस्तकों की प्रदर्शनी

🎭

सांस्कृतिक प्रदर्शन

पारंपरिक नृत्य, संगीत एवं नाट्य प्रस्तुतियां

🖼️

कला प्रदर्शनी

चित्रकला, मूर्तिकला एवं हस्तशिल्प की प्रदर्शनी

🎤

काव्य गोष्ठी

प्रतिष्ठित कवियों द्वारा काव्य पाठ एवं छात्र प्रतियोगिता

🏆

सम्मान समारोह

सांस्कृतिक क्षेत्र के योद्धाओं को विशेष सम्मान

🌐

लाइव स्ट्रीमिंग

विश्वभर के दर्शकों के लिए सभी सत्रों का प्रत्यक्ष प्रसारण

स्थान एवं सुविधाएं

विश्व संवाद केन्द्र, काशी

काशी की पावन भूमि पर स्थित यह केंद्र सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। यहाँ का वातावरण अध्ययन, मनन और गहन विमर्श के लिए अत्यंत उपयुक्त है।

निःशुल्क इंटरनेट
पार्किंग व्यवस्था
भोजन व्यवस्था
चिकित्सा सहायता

संपर्क विवरण

63, माधव कुंज, माधव मार्केट

लंका, वाराणसी - 221005

+91-9415694457

+91-7522086391

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